राजस्थान के कोटा में एक बार फिर एक छात्र ने मौत को गले लगा लिया. यहां कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली. मृतक उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला था. वह कोटा में निजी कोचिंग से मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था. हैरानी की बात तो ये है कि मृतक सात दिनों पहले ही कोटा पढ़ाई के लिए आया था. सात दिनों में ही उसका कोटा और जिंदगी दोनों से ऐसा मन भरा कि उसने इतना खौफनाक कदम उठा लिया.
डॉक्टर बनने का सपना आंखों में सजाए 21 साल का परशुराम यूपी के बरसाने से कोटा आया था. वह नीट की तैयारी करने आया था. महज 7 दिनों पहले उसने एक निजी कोचिंग में एडमिशन लिया था. परशुराम, पुराना जवाहर नगर इलाके में एक मकान में कमरा किराए पर लेकर रह रहा था. आंकड़ों की मानें तो ये कोटा में किसी छात्र कि आत्महत्या का साल का 12वां मामला है.
पंखे से फंदा लगाकर कर ली आत्महत्या
जवाहर नगर थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मानपुर बरसाना के रहने वाले 21 साल के परशुराम ने बुधवार रात 11:30 बजे अपने कमरे में लगे पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मकान मालिक अनूप कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को परशुराम की आत्महत्या की जानकारी दी थी. इस संबंध में पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय राजेश टेलर, थानाधिकारी जवाहर नगर हरिनारायण शर्मा और पुलिसबल मौके पर पहुंचे. उनके साथ एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंचे और फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
परिजनों में मचा कोहराम
पुलिस ने मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया है. परिवार वालों को परशुराम की आत्महत्या दी गई तो वहां कोहराम मच गया. परिजनों का कहना है कि उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि मात्र एक हफ्ते में परशुराम के साथ ऐसा भी क्या हो गया जिससे वह इतना आहत हुआ कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया. सवाल उठता है कि क्या वह कोटा नहीं आना चाहता था, या फिर यहां आकर उसपर किसी तरह का दबाव था जिसने उसकी जान ले ली. फिलहाल पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश कर रही है. परिवार वालों के आने के बाद में शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.